नमस्ते, Taaza Jaankari के प्यारे परिवार! 🌟 आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसी कहानी की, जिसने हमें बचपन से ही जादुई दुनिया में खोया है… वो है “Snow White”! हाँ, वही सफेद चमड़ी वाली राजकुमारी, सात बौने, और जहर से भरा सेब! लेकिन अब डिज्नी इस क्लासिक कहानी को लेकर एक नई लाइव-एक्शन फिल्म लेकर आया है। चलिए, आपको बताते हैं कि यह नई वर्जन कितनी चमकी है और कहाँ धुँधलाई है।
“Snow White” का जादू: पुराना vs नया
1937 में डिज्नी की पहली एनिमेटेड फिल्म “Snow White” ने दुनिया को हैरान कर दिया था। उस समय के लोगों के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं था! लेकिन अब 2024 में, डिज्नी ने इसी कहानी को लाइव-एक्शन में पेश किया है। सवाल यह है: क्या नई फिल्म पुराने जादू को दोहरा पाई है?
फिल्म की हीरोइन रेचल जेगलर (कोलंबियन हेरिटेज) हैं, जिनके कास्टिंग पर काफी बवाल हुआ। कुछ लोगों को लगा, “सफेद चमड़ी वाली राजकुमारी को यह रोल क्यों मिला?” वहीं, दूसरी ओर, फिल्म में सात बौनों को CGI (कंप्यूटर ग्राफिक्स) से बनाया गया है, जो कुछ दर्शकों को “डरावने” लगे। अरे भाई, इतने साल बाद भी बौनों को लेकर इतना ड्रामा? 😅
कहानी में नया ट्विस्ट: राजनीति या जादू?
नई “Snow White” सिर्फ एक फेयरी टेल नहीं, बल्कि समाजवाद और सत्ता के खेल पर भी चर्चा करती है। कहानी शुरू होती है एक “कम्यूनिस्ट मैनिफेस्टो” जैसे डायलॉग से: “ज़मीन की उपज उसी की है जो मेहनत करे”। है ना मजेदार? राजकुमारी अब सिर्फ प्रिंस का इंतज़ार नहीं करती, बल्कि “जनता की लड़ाई” में कूद पड़ती है!
वहीं, दूसरी ओर, फिल्म में पुराने गाने और मासूम जानवरों वाले दृश्य भी हैं। ऐसा लगता है जैसे दो अलग-अलग फिल्मों को जोड़ दिया गया हो। कभी लगता है आप क्रांति की बात सुन रहे हैं, तो कभी डिज्नीलैंड की राइड पर घूम रहे हैं!
CGI बौने: क्यों बनाए ये डरावने किरदार?
सबसे ज्यादा चर्चा हुई है सात बौनों की। पुरानी फिल्म में ये किरदार प्यारे और मासूम थे, लेकिन नई फिल्म में इन्हें CGI से बनाया गया है। कुछ दर्शकों का कहना है कि ये बौने “अजीब और अप्राकृतिक” लगते हैं। सच कहूँ तो, अगर रात में ये दिख जाएँ तो नींद उड़ जाए! 👀
फिल्म के डायरेक्टर मार्क वेब ने असल एक्टर्स की जगह CGI चुनकर शायद नया प्रयोग करना चाहा, लेकिन यह फैसला पिछड़ गया। हमारी राय में, असल बौनों को कास्ट करना ज्यादा बेहतर होता। वैसे, आप क्या सोचते हैं? कमेंट में जरूर बताएँ!
गल गैडट की ‘एविल क्वीन’: क्या चुरा लिया दिल?
फिल्म की खलनायिका ‘एविल क्वीन’ का रोल गल गैडट ने निभाया है। उनकी परफॉर्मेंस शानदार है, लेकिन कुछ दर्शकों को लगा कि क्वीन का किरदार ज्यादा डेवलप नहीं किया गया। वहीं, राजकुमारी स्नो व्हाइट और उनके प्रेमी जोनाथन (एक चोर!) के बीच केमिस्ट्री मजेदार है। प्रिंस अब “रॉबिन हुड” बन गया है… यानी डिज्नी ने पुरानी कहानी को आधुनिक फिलॉसफी के साथ मिला दिया है।
क्या यह फिल्म बच्चों के लिए है?
यहाँ थोड़ा ध्यान देना जरूरी है। फिल्म कभी गहरी राजनीतिक बहस में उलझती है, तो कभी बच्चों वाले म्यूजिकल मूड में आ जाती है। अगर आपको लगता है कि यह फिल्म सिर्फ बच्चों के लिए है, तो गलत होगा। कॉलेज के स्टूडेंट्स या सिनेमा पसंद करने वाले लोग इसमें ज्यादा इंटरेस्ट ले सकते हैं।
Taaza Jaankari की सलाह: देखें या ना देखें?
अगर आपको नए प्रयोग और विवाद पसंद हैं, तो यह फिल्म आपके लिए है। लेकिन अगर आप 1937 वाले मासूम जादू की उम्मीद कर रहे हैं, तो थोड़ा निराश हो सकते हैं। वैसे, फिल्म की गाने (“Waiting on a Wish” और “Princess Problems”) काफी कैची हैं… हो सकता है आपका भी दिल थिरकने लगे! 💃
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आपकी बारी!
बताइए, आपको नई Snow White कैसी लगी? क्या पुरानी एनिमेटेड वर्जन ज्यादा अच्छी है, या नई फिल्म में दम है? कमेंट में अपनी राय जरूर शेयर करें! और हाँ, अगर आपको ऐसे ही दिलचस्प आर्टिकल्स पढ़ने का शौक है, तो Taaza Jaankari पर हमारे और आर्टिकल्स जरूर पढ़ें। और अगर आपको अंग्रेजी में आर्टिकल पढ़ना है तो हमें medium.com पर फॉलो करे।
चुटकुला टाइम! 😄
क्या आप जानते हैं Snow White के सात बौनों का असली नाम कैसे पड़ा?
— क्योंकि डिज्नी के पास “आठवाँ बौना” रखने के लिए पैसे नहीं थे! (जोक्स apart, असल में यह नाम उनके स्वभाव के आधार पर रखे गए थे!)