बेंगलुरु, 27 फरवरी 2025: भारत का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल (DCT) गुरुवार को बेंगलुरु(Bengaluru) इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लॉन्च किया गया। यह टर्मिनल एशिया के सबसे बड़े कार्गो सुविधाओं में से एक है और देश के घरेलू कार्गो ट्रैफिक को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
क्या है खास इस टर्मिनल में?
- क्षमता: 7 एकड़ में फैले इस टर्मिनल की शुरुआती क्षमता 3.6 लाख मीट्रिक टन है, जिसे भविष्य में 4 लाख मीट्रिक टन तक बढ़ाया जा सकता है।
- सुविधाएँ: 2.45 लाख वर्ग फुट का यह टर्मिनल परिष्कृत इंफ्रास्ट्रक्चर और आधुनिक प्रक्रियाओं से लैस है।
- विशेष कार्गो: इसमें कीमती सामान, जीवित जानवर, खतरनाक सामान और रेडियोधर्मी सामग्री के लिए अलग-अलग स्टोरेज एरिया हैं।
क्यों है यह महत्वपूर्ण?
- दक्षिण भारत का केंद्र: बेंगलुरु(Bengaluru) दक्षिण भारतीय प्रायद्वीप के बीच में स्थित है, जो इसे कई शहरों से समान दूरी पर रखता है।
- परिशोधन क्षमता: यह एयरपोर्ट पहले से ही आम, धनिया और अन्य नाशवान सामान का सबसे बड़ा निर्यातक है। नए टर्मिनल से इसकी क्षमता और बढ़ेगी।
- भविष्य की योजनाएँ: 2030 तक यहाँ 80-90 मिलियन यात्री और 1 मिलियन टन कार्गो की क्षमता होने की उम्मीद है।
BIAL और Menzies एविएशन की साझेदारी
- BIAL का दावा: बेंगलुरु(Bengaluru) इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (BIAL) के COO सत्यकी रघुनाथ ने कहा, “यह टर्मिनल एशिया के सर्वश्रेष्ठ कार्गो सुविधाओं में से एक है। हमें उम्मीद है कि यह घरेलू कार्गो ट्रैफिक को बढ़ावा देगा।”
- Menzies की भूमिका: Menzies एविएशन के EVP चार्ल्स वाइली ने कहा, “यह टर्मिनल भारत में तेजी से बढ़ते एयर कार्गो बाजार की जरूरतों को पूरा करेगा।”
भारतीय एविएशन का भविष्य
- कार्गो बाजार: 2029 तक भारत में एयर कार्गो की मांग 5.8 मिलियन टन तक पहुँचने का अनुमान है।
- यात्री ट्रैफिक: बेंगलुरु(Bengaluru) एयरपोर्ट यात्रियों और कार्गो दोनों के मामले में भारत का तीसरा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है।
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निवेशकों के लिए सुझाव
- लॉजिस्टिक्स सेक्टर: एयर कार्गो टर्मिनल के विस्तार से लॉजिस्टिक्स कंपनियों के लिए नए अवसर खुलेंगे।
- परिशोधन व्यवसाय: नाशवान सामान के निर्यात में रुचि रखने वाले निवेशकों के लिए यह एक बड़ा मौका है।
- इंफ्रास्ट्रक्चर: एयरपोर्ट के विस्तार से जुड़े प्रोजेक्ट्स में निवेश के लिए यह सही समय है।
(नोट: किसी भी निवेश से पहले अपनी जोखिम सहनशीलता और बाजार की समझ को ध्यान में रखें।)
आखिरी बात: बेंगलुरु का उड़ान
बेंगलुरु(Bengaluru) एयरपोर्ट का यह नया कार्गो टर्मिनल न सिर्फ भारतीय एविएशन सेक्टर के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि यह दक्षिण भारत के आर्थिक विकास को भी गति देगा। Taaza Jaankari पर बने रहें बिजनेस और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी ताज़ा खबरों के लिए!
नोट : यह जानकारी internet पर दी गई जानकारी के माध्यम से ली गई है। Source