सबकुछ बदल देगा Elecrama 2025!
दिल्ली-एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में चल रहे Elecrama 2025 के मंच से भारत ने दुनिया को बता दिया है कि अब वह “ऊर्जा के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर” बनने की राह पर है। यूनियन पावर मिनिस्टर मनोहर लाल ने इस इवेंट में कहा, “2030 तक भारत 800 गीगावॉट बिजली उत्पादन का लक्ष्य हासिल करेगा, जिसमें 50% ऊर्जा हवा, सूरज और पानी से मिलेगी। यही हमारे विकास की नींव है।”
क्या है Elecrama 2025 का मकसद?
यह इवेंट IEEMA (इंडियन इलेक्ट्रिकल ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन) द्वारा आयोजित किया गया है, जो भारत की टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की ताकत को ग्लोबल स्टेज पर दिखाने का मौका है। यहां 1,100 से ज्यादा कंपनियों ने अपने प्रोडक्ट्स प्रदर्शित किए हैं, जिनमें एडवांस्ड एनर्जी स्टोरेज, इलेक्ट्रिक वाहनों की नई टेक्नोलॉजी, और AI-आधारित पावर सिस्टम शामिल हैं।
EV और स्मार्ट ग्रिड: भविष्य की ओर बढ़ते कदम
मंत्री ने बताया कि भारत अब इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) इंफ्रास्ट्रक्चर और व्हीकल-टू-ग्रिड (V2G) टेक्नोलॉजी पर तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा, “अगले 5 सालों में हर शहर में EV चार्जिंग स्टेशन और स्मार्ट ग्रिड्स होंगे। यह न सिर्फ प्रदूषण कम करेगा, बल्कि बिजली के बिल भी घटाएगा।”
दुनिया की नजरें भारत पर!
इस इवेंट में Schneider Electric के CEO ओलिवर ब्लूम ने कहा, “भारत में AI, डाटा सेंटर और इंडस्ट्री का विस्तार ऊर्जा के नए समाधान मांग रहा है। यहां का कुशल कामगार और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर इसे पूरा करेगा।” वहीं, Siemens के मैथियास रेबेलियस ने कहा, “भारत स्मार्ट ग्रिड और ऑटोमेशन में निवेश करके दुनिया को सस्टेनेबल एनर्जी का मॉडल दिखाएगा।”
क्या है इन्वेस्टर्स के लिए मौका?
इस इवेंट में 20 बिलियन डॉलर के बिजनेस डील्स की उम्मीद है, और 15,000 से ज्यादा B2B मीटिंग्स होंगी। हालांकि, यहां एक सलाह भी जरूरी है: किसी भी निवेश से पहले अपनी रिसर्च पूरी करें, एक्सपर्ट्स से सलाह लें, और जोखिम को समझें। बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, इसलिए फैसला अपनी समझ और जिम्मेदारी से लें।
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क्यों है यह इवेंट खास?
- देश का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिकल एक्सिबिशन, जहां 400,000 से ज्यादा विजिटर्स आएंगे।
- मेक इन इंडिया के 10 साल पूरे होने पर यह इवेंट भारत के “ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब” बनने का संदेश देता है।
- यहां रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़े स्टार्टअप्स को भी मौका मिलेगा अपनी टेक्नोलॉजी दिखाने का।
अंत में एक सवाल:
क्या आपको लगता है कि भारत 2047 तक “विकसित देश” बनने के साथ-साथ “ग्लोबल एनर्जी लीडर” भी बन पाएगा? नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर शेयर करें!
नोट : यह जानकारी internet पर दी गई जानकारी के माध्यम से ली गई है। Source